A Simple Key For shiv chalisa lyrics in bengali Unveiled

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥

आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।

अर्थ- त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं रहता।

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.

कहा जाता है कि भगवान शिव की पूजा जितनी की जाए उतनी ही कम है भगवान शिव की कृपा भी सबसे अधिक मानी जाती है क्योंकि जो व्यक्ति शिव भगवान की पूजा करता है और भगवान शिव अगर उस पर प्रसन्न होते हैं तो उस पर सदैव अपनी कृपा बनाए रखते हैं तथा उनकी प्रत्येक मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

Glory to Girija’s consort Shiva, that's compassionate on the destitute, who usually shields the saintly, the moon on whose forehead sheds its attractive here lustre, and in whose ears are definitely the pendants of the cobra hood.

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे । शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥

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